ऐ नामवर बता कहाँ पहुँचते है वो खत
जिन पर पते लिखे नहीं होते
ऐ मुल्ला तू भी बता कहाँ पहुंचती है दुआ
जिसके कोई खुदा नहीं होते
ऐ पंडित तू भी बता कैसे होते हैं श्राद्ध बेटियों के
जिनके जन्म ही नहीं होते
जिन पर पते लिखे नहीं होते
ऐ मुल्ला तू भी बता कहाँ पहुंचती है दुआ
जिसके कोई खुदा नहीं होते
ऐ पंडित तू भी बता कैसे होते हैं श्राद्ध बेटियों के
जिनके जन्म ही नहीं होते
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