www.wtvindia.in वेब पोर्टल की ओर से आज पञ्चकुला शहर में कवियत्री गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ लेखिका राजवंती मान ने की गोष्ठी में डॉक्टर शालिनी शर्मा ,सीमा भरद्वाज, नीलम त्रिखा ,गार्गी , डॉक्टर दीप्ति शास्त्री ,मंझली सहारण ,उमा शर्मा सुनीता धारीवाल ने अपनी कवितायेँ पढ़ी ,
राजवंती मान ने अपनी कविता पढ़ते हुए कहा
उन्हें पसंद हैं
अंगूठे के काले धब्बे से निकला
बस छोटा सा नाम
सिमटा मौन सा
उन्हें पसंद नहीं मेरे भीतर अक्षरों का करवटें लेना ,
मुझे पसंद नहीं सिफर हो जाना
उन्हें पसंद हैं
अंगूठे के काले धब्बे से निकला
बस छोटा सा नाम
सिमटा मौन सा
उन्हें पसंद नहीं मेरे भीतर अक्षरों का करवटें लेना ,
मुझे पसंद नहीं सिफर हो जाना
डॉक्टर शालिनी शर्मा ने कहा
चलना जो चाहां मैंने होकर यूँ सबल
हर चाल में मेरी तेरी ऊँगली क्यूँ उठी थी
हर चाल में मेरी तेरी ऊँगली क्यूँ उठी थी
सीमा भरद्वाज ने कहा अपनी कविता में
गम के थपेड़े खाए जा रही है जिंदगी
बूँद बूँद सी जिए जा रही है जिन्दगी
गम के थपेड़े खाए जा रही है जिंदगी
बूँद बूँद सी जिए जा रही है जिन्दगी
नीलम त्रिखा ने मेरी बेटी शीर्षक कविता में कहा
मासूम सा चेहरा और चाल नवाबी है
लिए लाखो सपने चली जैसे शेह्जादी है
मासूम सा चेहरा और चाल नवाबी है
लिए लाखो सपने चली जैसे शेह्जादी है
सुनीता धारीवाल ने अपनी कविता पढ़ते हुए कहा
बहुत असुरक्षित होती है
किशोरवय बेटियां
जिनकी माँ पर यौवन
कुछ देर और ठहर जाता है
दूसरी कविता में किसान की पत्नी की व्यथा कहते हुए कहा
देखो मेरी खंडित सी कोई
छत होगी
छत नीचे कुछ अपने होंगे
ग़ुरबत मद से लिपटे कुछ लम्हे
लफ्जो से भरपूर मिलेंगे
श्रृंगार की डिबिया वहीँ मिलेगी
आईने चकनाचूर मिलेंगे
किशोरवय बेटियां
जिनकी माँ पर यौवन
कुछ देर और ठहर जाता है
दूसरी कविता में किसान की पत्नी की व्यथा कहते हुए कहा
देखो मेरी खंडित सी कोई
छत होगी
छत नीचे कुछ अपने होंगे
ग़ुरबत मद से लिपटे कुछ लम्हे
लफ्जो से भरपूर मिलेंगे
श्रृंगार की डिबिया वहीँ मिलेगी
आईने चकनाचूर मिलेंगे
डॉ दीप्ति ने अपनी कविता पढ़ते ख़ुशी का महत्व समझाते हुए कहा
चेहरे पर ख़ुशी रहनी ही चाहिए
जेब भी भरी रहनी ही चाहिए
सभा में mrs ग्लैडरैग्स ख़िताब जीत चुकी गार्गी दुग्गल ने भी अपने विचार सांझे किये
women tv india पोर्टल की निदेशक पीयूशा शर्मा ने बताया कि इस गोष्ठी के आयोजन का उद्देश्य नवोदित महिला कवियत्रियों को मंच प्रदान करना व् अधिक से अधिक औरतों को अदब की दुनिया से जोड़ना है ताकि महिलाएं खुल कर अपनी बात लेखन के माध्यम से कह सकें .महिलाओं की प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए आज की गोष्ठी सफल रही ,wtv india नामक वेब पोर्टल की फाउंडर श्रीमती सुनीता धारीवाल ने सभी उपस्तिथ्त कवियात्रिओं का धन्यवाद किया
महिलाओं की प्रतिभा निखारने का सराहनीय प्रयास है।साधुवाद।
जवाब देंहटाएंमहिलाओं की प्रतिभा निखारने का सराहनीय प्रयास है।साधुवाद।
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