बहुत डरते है
पुराने आलिशान भवन
नयी दीवारों के
आसपास उग आने से
बहुत रोकते है उन्हें
अपनी शान का हवाला दे कर
और अक्सर जमींदोज कर देते है नयी नीवं
फिर वही दीवार
पीपल की तरह उगने लगती है
आलिशान भवनों की तरेडों में
और ज़मीदोज़ होने लगते है
वहीआलिशान भवन
पुराने आलिशान भवन
नयी दीवारों के
आसपास उग आने से
बहुत रोकते है उन्हें
अपनी शान का हवाला दे कर
और अक्सर जमींदोज कर देते है नयी नीवं
फिर वही दीवार
पीपल की तरह उगने लगती है
आलिशान भवनों की तरेडों में
और ज़मीदोज़ होने लगते है
वहीआलिशान भवन
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