बुधवार, 20 नवंबर 2019

कोई अनजान मुझे अपना सा लगा है 
उसके संग एक नया  सपना सा सजा है
 
खोया था जो बरसों पहले सपनो से 
आज वही सपना मेरा फूलों से लदा है