रिश्ते हो या रिश्तों के नाम हों
ज़रूरी तो नहीं
रूह से रूह के अबोले पैगाम हो
ज़रूरी तो नहीं
चलो जो है ही नहीं उसे खोजते है वो पा जाएँ
ज़रूरी तो नहीं
चलो करे बे सिर पैर की बाते
कोई समझ ही न पाये
ज़रूरी तो नहीं
चलो उलझे किसी मुल्ला किसी पंडित के साथ
और वो भगवान मिला दे
ज़रूरी तो नहीं
ज़रूरी तो नहीं
रूह से रूह के अबोले पैगाम हो
ज़रूरी तो नहीं
चलो जो है ही नहीं उसे खोजते है वो पा जाएँ
ज़रूरी तो नहीं
चलो करे बे सिर पैर की बाते
कोई समझ ही न पाये
ज़रूरी तो नहीं
चलो उलझे किसी मुल्ला किसी पंडित के साथ
और वो भगवान मिला दे
ज़रूरी तो नहीं
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