बुधवार, 23 मार्च 2016

त्रिकहा

1-आगे रास्ता खतरनाक है
गोत्र की हद शुरू होती है
प्रेम राही सावधान


2-तू कहाँ अछूत
औरत
और कौन


3- अरे ओ इनमें इतना भूरा कैसे 
 अच्छा  अच्छा ओह 
आपने बुजुर्ग कितने  भूरे होय्याँ करें  थे

4-न जी न 
म्हारे कोई बिचार कोन्या
लुगाई का

5-न जी न 
म्हारे कोई रिवाज कोन्या
समायी का

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