दिलचस्प हरियाणा का रोचक समाज
देश में इस बार यूपीएससी में टॉप करने वाली होनहार टीना डाबी को भी हरियाणा एक दिलचस्प राज्य लगता है और वह यहाँ इस दिलचस्प राज्य में काम करना चाहती है यहाँ के आर्थिक व् लैंगिक मुद्दों में घोर असमानता के चलते इस प्रदेश में महिलाओं व् लिंगानुपात को सुधारने के लिए वह हरियाणा कैडर चाहती हैं -अब भाई हरियाणा किसी को भी दिलचस्प क्यूँ न लगे यहाँ रोचक लगने की बाते ही बहुत है और इतना रोचक हरियाणा आज से पहले कभी भी न था .गावं गावं में बंगाली ,मराठी ,मलयालम,उड़िया ,असमिया लहजे में हरियाणवी औरतों को देखा सुना है शायद ही कोई राज्य होगा भारत का जहाँ की लोक भाषा अन्य भारतीय भाषाओ या बोलियों के लहजे में बोली जाती हों पर हरियाणा ने यह संभव कर दिखाया है -दूध दही के खाने की भरपूरता के चलते हरियाणा देश विदेश मूल की बहुए afford कर रहा है आप घूंघट भीतर मंगोल चीनी आँखे भी देख सकते हैं यहाँ . आज से पहले फेसबुक राजा जी (नाई जी को राजा जी कहते हैं जो वैवाहिक रिश्ते करवाने की जिम्मेदारी निभाते थे )कहाँ थे जो किसी बेरोजगार युवक को अमरीकी गोरी मेम दिलवाने में सक्षम हो जाए
और कौन सा ऐसा जवान छोरा था पानीपत के पोपरण गावं मुकेश जैसा जो अपने से दोगुनी उम्र की गोरी बहु ल्याया जिसकी 25 साल की बेटी भी है और वो दोनों खुश हों .अमरीकी बहु खेत क्यार का काम कर के खुश हैं .
आज तक किसी सरपंच को प्रधानमंत्री ने सेल्फी विद डॉटर कांटेस्ट के लिए भी प्रसंशा नहीं मिली थी युवा सरपंच मुकेश जागलान ने जितनी प्रसिद्धि पाई उतनी देश में किसी भी सरपंच को न मिली
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मदीना गावं की 66 वर्षीया भतेरी देवी तीन बच्चो की माँ बनी और 70 वर्षीय राजो देवी भी माँ बन पाई ivf तकनीक की पहुँच बनी हरियाणा में
आज इस दौर में जितनी हरियाणवी बोली का इस्तेमाल मुंबई फिल्म उद्योग ने किया इतना कभी न था ,मलिका शेहरावत रूपहले परदे पर दिखी थी बगावती सी छोरी की तरह और आज रणदीप हुड्डा दिख रहे है दुलारे की तरह और हरियाणवीयों ने खेंच रखा हैं मीटर .इतने नए और पुराने बोलीवुड कनेक्सन दिख रहें हैं हरियाणा के जितने पहले कभी न दिखे .पक्के ,मकान ,सडकें , बड़े बड़े शोपिंग माल ,और कार ,मोटर साइकिल और मोबाइल तरह तरह के गैजेट से अट गए बाजार और घर घर इन्टरनेट की पहुँच हो गयी .
आज से पहले कभी बस में लड़कियों ने कभी लड़के पीटे थे ,कमाल तो छोरियां खेलों में कर गयी लम्बी लिस्ट है(यहाँ देना संभव न होगा बस सर ऊँचा कर दिया ) बॉक्सिंग में तो लगभग हर वेट में सारी छोरी हमारी -कुश्ती में हाकी में और हर खेल में हमारी छोरियां ,पैरा ओलिंपिक में भी लेखन में भी कछुऐ की तरह चुपके से गर्दन बाहर निकाल ली यहाँ की छोरियों ने अनुराधा ने यूरोप घूम के धूम कर दी सोना चौधरी ने खेल की पोल सी खोल दी , लड़कियां इतना बोलने लगी लिखने लगी कहने लगी -नई पीढ़ी का झंडाबरदार हो गयी छोरियां ही ऐसा तो पहले माहौल न हुआ था .गाने बजाने भी डी जे वाले हो गए ,
और कहीं एक दम सारा ही समाज न बदल जाए इसलिए हम पूरी तरह से नहीं बदलते हमने अपने आप ही अपने भाईचारे को आग लगा ली सरकारी बसे फूंकते फूंकते एक दुसरे के घर फूंक दिए ,गोत्र में रिश्ता बनाने वालो को कस्सी से खुद ही काट कर सारे गावं में भी लाशो को ट्राली में डाल कर हमने सारे गावं में घुमा भी दिया .लड़की पैदा ही न हो उसके भी उपाए कर लिए लिंग जांच की मशीन घर घर डोर तो डोर उपलब्ध करवा ली ,कमी पड़ी बहुओं की तो सारे देश की छोरीयां ला के बसा भी ली .देश विदेश भी हम पहुँच गए , राज बाबा बन के विश्व के सबसे बड़े व्यापारी भी बन गए देश सेवा भी कर ली .टेलीविज़न पर भी हमारे सुथरे सुथरे बालक डांस शो में जीतने लग गए .हमने गुडगाव जैसे शहर आबाद कर लिए राजधानी की छाती पर और देखो हमारी खूबी यह है हम कंट्रोल से बाहर हो तो खुद को ही कण्ट्रोल करने में हमारा नाम है फ़ौज की ज़रूरत नहीं होती न ही पुलिस की बाद में हम खुद ही छतीस बिरादरी भाईचारे की मीटिंग कर के मामला निपटा लेते हैं ,हम प्रदेश में बिना सरकार बिना मुख्यमन्त्री के भी कम चला लेते हैं
और भी बहुत रोचक व्यवहार है जो हमे दिलचस्प बनाते है इसलिए टीना बिटिया जी जरुर आइये हम बेहद दिलचस्प लोग है और खुले दिल के मस्तमौला संकीर्ण लोग -बस हरियाणवी हरियाणवी ही होता है हम खुद को प्रिडिक्ट नहीं कर पाते कोई और कैसे कर पायेगा ,हमारे बीच रहिये हमे जानिये
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