महिलाओं द्वारा पूछे गए कुछ सवाल आप के लिए लिख दे रही हूँ आप बताएं कि आप के पास इन के लिए क्या जवाब हैं ?
केस 1
सवाल एक -मेरे पति ने गांव की जमीन बेच कर बड़े शहर में प्रोपर्टी का कारोबार शुरू था ।मेरे दो बच्चे हैं और आयु 3o वर्ष ।पति मुझे भी शहर में आये और बच्चे भी शहर में पढ़ने लगे ।पति का उस के दफ्तर में काम सम्भाल रही सेक्रेटरी से सम्बन्ध बना लिए है और वह अक्सर टूर पर रहने लगा ।फिर शहर में होते हुए भी काम के बहाने रातों को घर नही आते थे ।शंका होने पर जब मैने पड़ताल शुरू की तो मुझ से मार पीट करने लगे ।घर मे क्लेश रहने लगा ।बिना बात के भड़क जाना हाथ उठाना रोज की बात हो गई ।उसे मेरी शक्ल से भी नफरत होने लगी ।वह मुझे देखते ही गुस्से से भर जाता था ।मैं यकीन नही कर सकी जो व्यक्ति हमारे भविष्य के लिए बच्चों के भविष्य के लिए हमें गांव से खुद निकाल कर लाया और आज वह हम सब को ही देख कर झल्लाता है -मुझे क्या करना चाहिए ? मेरा मर जाने को मन करता है मैं दोनो बच्चों को मार कर मर जाना चाहती हूँ ?
केस दो-
दीदी मेरे माता पिता ने जलसेना के बड़े अधिकारी से मेरी शादी कर दी है उनका तो जैसा सपना साकार हो गया है उन्होंने इतने बड़े घर कर इकलौते बेटे का रिश्ता कभी सोचा भी ना था ।वह सारे रिश्तरदारो को गर्व से बताते घूमते है कि उनकी बेटी इतने लायक दामाद के घर मे सुरक्षित है ।परंतु न मैं उन्हें बता सकती न सास ससुर को ।मेरे पति के अनेक औरतो से संबंध है वे देर रात तक पार्टियां करते है दोस्तो साथ घूमने जाते है ।मेरी तरफ उस तरह से नही देखते है जैसे देखा जाना चाहिये ।नए दूल्हों का ऐसा व्यवहार नही होता जैसा उसका है ।
उस के फोन में उसकी फोटो और चैट देखी है ।जब मैने पूछा तो उस ने बताया कि वह ऐसा ही है ऐसा ही रहेगा न वह अपनी महिला मित्रो को छोड़ सकता है न ही वह मेरे कहने पर अपनी कोई जीवन शैली बदलेगा ।उस ने सीधे सीधे कहा कि मुझ से नाहक उम्मीदें मत लगाओ मैं सारी जिम्मेदारियां पूरी करता रहूंगा पर मेरी जिंदगी में दखल अंदाजी मुझे पसंद नही । वह सम्बन्ध भी बनाता है साथ भी ले जाता है जहां पत्नी को औपचारिक रूप से ले जाना होता है वह ले भी जाता भी है परिवार रिश्तेदार सब जगह सब ठीक करता है पर अपने मन की बात नही करता ।मैं मशीन सी हूं बस ।जड़ सी हो गई हूँ अब क्या करुं -कोई पूछे तुझे क्या तकलीफ है या दुख है तो कोई भी नही है ।पर वह मेरा नही है यही दुख है और यह न मैं माता पिता को समझा सकती हूं न ही मैं सास ससुर को और ना ही मुझे कुछ समझ आता है ?मुझे समझाओ मैं क्या करूँ
केस तीन -
मैं नर्स थी किसी परिचित के मार्फ़त एक परिवार में बुजुर्ग की देखभाल करने गई ।उस परिवार के इकलौते बेटे की पत्नी और बच्चे उस बुजुर्ग मां को पूछते तक नही थे ।मैंने माँ जी दिल से सेवा की ।मेरी सेवा को देखते हुए लक्की जी( उस बुजुर्ग का बेटा ) मेरी बहुत इज्जत करने लगे । उन्होंने मुझे घर की बालकनी में ही कमरा दे दिया ताकि मेरा आने जाने का सफर में जो समय लगता है और जो असुविधा होती है वह सब न हो ।मैंने वहां रहना शुरू कर दिया ।और उन के घर के अन्य कामों में भी हाथ बटाने लगी ।मैं अकेली थी मेरे घर मे एक भाई था जो नौकरी करता था दूर ही पोस्टिंग होती थी ।
लक्की जी की पत्नी और बच्चे दूसरे घर मे रहने चले गए वे उनकी माँ के साथ नही रहना चाहते थे।
धीरे धीरे लक्की जी को मुझ से लगाव हो गया और हम प्रेम में पड़ गए ।वे ज्यादातर इसी कोठी में ज्यादा वक्त बिताने लगे ।बच्चों से उनके सम्बन्ध बिगड़ने लगे और बहुत ज्यादा बिगड़े तो वह पूरी तरह यही रहने लगे ।
माता जी की मृत्यु हो गई पर मैं अब वही उस कोठी में लक्की जी के साथ पत्नी की तरह ही रहती हूं ।लक्की जी ने मुझे आगे पढाया लिखाया बड़े कोर्स करवाये और मेरी हर जरूरत पूरी की । और वे अपनी पत्नी और बच्चों से भी निभाते रहे आते जाते रहे । मैंने अपने भाई का बेटा गोद ले लिया उस को लक्की जी ने पढाया लिखाया ।सब ठीक चल रहा था ।कि लक्की जी को हार्ट अटैक आया वे बीमार रहने लगे ।फिर उनके परिवार
वाले उन्हें ले गए और मुझे मिलने भी नही दिया ।लक्की जी अब नही रहे और उनके परिवार ने मुझे और मेरे बेटे को उस कोठी से निकल जाने का नोटिस दे दिया है मैंने उस घर मे अपने 45 वर्ष बिताएं है मेरी और लक्की जी की यादें है हमारे प्रेम की कहानी घर की हर दीवार पर है पर मैं अब जीना नही चाहती ।मैं बीमार रहने लगी हूँ ।क्या करूँ
केस 4
मेरा नाम कृष्णा है मैं गांव में रहती हूं मेरी शादी वकील से हुई है पहले वह तहसील में बैठता था अब चंडीगढ़ हाई कोर्ट में जाने लगा है तब से गांव में आना बहुत कम कर दिया है ।साल में एक बार मुशिकल से आता है हमें 5 हजार रुपये भेज देता है वह चंडीगढ़ में किसी अन्य स्त्री के साथ रहता है उस के घर में ।हम कुछ समझ नही पाते है हमारा तो जीवन बर्बाद हो गया है । वह कहता है उसे गांव की गंवार नही चाहिए थी ।वह मेरे साथ कहीं नही जाता मेरे पीहर भी नही जाता मेरे साथ ।उसे मैं पसंद नही हूँ ।मेरे दो लड़के है ।वह कहता है वह उन दोनों को शहर में पढ़ने के लिए बुला लेगा लेकिन मुझे नही ले जाएगा ।मेरी उपस्थिति से उसको हीनता महसूस होती है ।क्या करूँ ?
केस no 5
मैं क्या करूँ मेरा पति बहुत हैंडसम है वह अक्सर लड़कियों से घिरा रहता है उसकी प्रसंशक हर जगह मिल जाती है वह बड़ा खिलाड़ी है उसके नाम बहुत अवार्ड हैं वह इज्जतदार है पर उसे मेरी टोकाटाकी दखल अंदाजी पसंद नहो ।मुझे लगता है कि कहीं वह भटक न जाये और किसी दिन वह मुझे छोड़ कर चला न जाये ।उसका व्यवहार पहले जैसा नही है वह मुझ से बेरुखी से बात करता है हम ने लव मैरिज की थी मैं पेशे से पत्रकार थी अब हाउस वाइफ हूँ और मेडलों की धूल झाड़ती हूँ ।मुझे हर समय यही लगता है वह कुछ छुपा रहा है और झूठ बोल रहा है
मैं क्या करूँ कैसे पता करवाऊं कि क्या चल रहा है ?
केस 6
मेरे पति शहर के नामी गिरामी डॉक्टर है हमारा घर अस्पताल परिसर में ही है मेरे पति के किसी न किसी नर्स या जूनियर डॉक्टर या स्टाफ की किसी न किसी लड़की से सम्बन्ध हो जाते हैं ।मेरे टोकने पर मुझे पीटते हैं 15 वर्षो से आज तक कुछ नही बदला है न मेरी किस्मत बदली न मेरे साथ हो रहा व्यवहार ।मेरी दो बेटीयां हैं वह यह सब देखती हैं ।उन पर भी बुरा असर होता है वे दोनो प्लस 2 के बाद घर से दूर जाना चाहती हैं ।हर कोई एक दूसरे पर झल्लाता और चिल्लाता है ।हर बार गलती मुझ पर थोप दी जाती है बेटियां भी मुझे ही कटघरे में खड़े रखती हैं
मैं क्या करूँ मुझे लगता था जब यह बड़ी होंगी तो मेरा साथ देंगी पर ऐसा नहो हुआ ।मैं अब मर जाना चाहती हूं
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