बुधवार, 1 नवंबर 2017

तू जिंदगी सा लगता है

ए दोस्त
तू मुझे जिंदगी सा लगता है
तेरे मन  का है नूर
जो मेरे चेहरे पर झलकता है
तेरी बातों  में
तेरे  जीवन का तप झलकता है
तेरी नजर ए इनायत से
रोम रोम मेरा महकता है
तेरी आँखों मे सच्चाई
तेरा ईमान चमकता है
इश्किया रूह के कारण  
तेरा चेहरा दमकता है
मुझ से कोई पूछ कर देखे
तू मुझको कितना जंचता है
मैं तेरी हो नही सकती
तू मेरा हो तो सकता है
तू है तो मन मे मेरे
असंख्य  दीपों का  उजाला  है
शक्ति  मेरे भीतर है
प्रेम मेरी ज्वाला है
कोई पूछे  कैसे मैने
अपना यह दिल सम्भाला है

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