सब वे लड़कियां जिन्होंने प्रेम किया
उन में से प्रेमी संग भागी लड़कियों की बस कुछ की लाशें बरामद हुई है बाकी सब "मंगलसूत्र पर झूल रही हैं ''
इति की पोस्ट पढ़ का सारांश यही है
यह वीडियो लगभग सब घरों का नजारा होता था और आज भी है -लड़की वही नादान है बाप लड़की के भाग जाने से उतना नही डरता या लज्जित होता जितना समाज का उपहास ,ताने व बहिष्कार उसे डराता है ।समाज के उपहास का डर इतना घिनौना है कि पिछले दिनों बेटी के भाग कर शादी करने की खबर से ही माता पिता ने फांसी लगा ली ।आप सोचो ।लड़की और मां बाप कैसे उस समाज के कठोर घिनौने अत्याचार के मासूम मुजरिम है और उस समाज के जिसने अपने जात भीतर कबीले भीतर लड़कियों की उपलब्धता सुनिश्चित करनी है।न समाज का यह दबाव हो न बाप को पगड़ी उतारनी पड़े कदमो में ...
पोस्ट पढ़ने के इति शर्मा की वाल पर पढ़ लीजिये
इति शर्मा
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