सामाजिक कार्यकर्ता सुनीता धारीवाल की पहल से पंचकूला में नारी कलम का रंग दिखने लगा है। नारी कलम साहित्यिक मंच के बैनर तले पंचकूला के सैक्टर 4 में तीसरी काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी की अध्यक्षता शालिनी शर्मा ने की।
बेटियों द्वारा की जा रही आत्महत्याओं पर अपना दुख जताते हुए उन्हें आत्महत्या न करने का संदेश देते हुए कहा
मैं कितनी आहात हूँ और टूटी हूँ ,काश तुम्हे इसका गुमां होता
एक बार तेरे बिना मेरी हालत का गुमां होता
वहीं कंचन निरव की कलम डायरी पर कुछ इस तरह चली
डायरी से निकल कर शब्द
मेरे कमरे में घूमते हैं,
मुझसे बातें करते हैं
एक शब्द तकिये पर बैठ निहारता है मुझे
याद है एक दिन तुमने मुझे एक डायरी दी थी
इनके बाद निलम त्रिखा ने विधवा स्त्री के मन की व्यथा को बताती रचना कही, उन्होंनें लिखा
जिस दिन उनकी अस्थियों को गंगा में बहाया मैंने
उस दिन से दुनिया को कितनी बदली पाया मैंने
एक डुबकी ने कितना कुछ बदला था
अब नाम मेरा बेचारी अबला था
वहीं सुनीता धारीवाल ने देश के सेनानियों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें संबोधित करते हुए कहा
ओ प्रहरी
मत समझना रण में अकेले हो तुम
मैं तुम्हे तुम्हारी पलकों पर जमी धूल में मिलूँगी
तुम्हारे बंकर की रेत की बोरी के रेशों में मिलूँगी
शालिनी शर्मा ने पिता को वट वृक्ष बताते हुए कहा
तेरी बेटी होने का गर्व मुझे
सुन आज पिता मेरे मन की बात
जब भी लेखनी चली मैंने लिखे तेरे लिए जज्बात
नीरजा शर्मा ने अपने मन की बात कुछ यूँ रखी –
आँखों मेँ पानी आ जाता है जब अखबार सामने आता है
पर जीवन मेँ आगे बढ़ना होगा
कि फिर कोई रावण पैदा न होने पाये
फिर किसी सीता का हरण न होगा
नारी शक्ति जन–जन की शक्ति बन जाएगी
घर –घर मेँ खुशहाली छा जाएगी
ममता शर्मा ने रावण और राम के बीच अतुलित तुलना करते हुए रचना पढ़ी
राम का भी एक इरादा था
रावण की इक मर्यादा थी
संयम तो दोनों में था
गोष्ठी को सफल बताते हुए वीमेन टीवी इंडिया पोर्टल की फाउंडर और सामाजिक कार्यकर्ता सुनीता धारीवाल ने बताया कि यह वोलंट्री ऑनलाइन चैनल महिलाओं द्वारा महिलाओं के लिए कार्यक्रम आयोजित करता है जिसका उदेशय महिलाओं के हुनर को मंच देना और उनका उत्साह वर्धन करना है। नारी कलम कार्यक्रम की यह तीसरी मासिक गोष्ठी है इस सफर में हर माह अनेक महिलाएं जुड़ रही हैं और यह मंच सार्थक सिद्ध हो रहा है। अंकित धारीवाल मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा शुरू किये गए वीमेन टीवी के साथ भी अनेक महिलाएं जुड़ रही हैं और अपनी प्रतिभा से इसे आगे बढ़ा रही हैं।
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