शनिवार, 23 जनवरी 2016

आपका ऑफिस और सामान्य शिष्टाचार

आपका ऑफिस और सामान्य शिष्टाचार




याद  रखे  आपका  ऑफिस आपके काम करने की जगह आपका कार्यस्थल है जहाँ आप काम करने जाते है अपनी आजीविका सुनिश्चित करने के लिए है यहाँ का परिवेश पूर्णतया औपचारिक होता है जिसके कुछ आवश्यक शिष्टाचार है और आपसे अपेक्षाएं भी ,पद अनुसार आपकी भूमिका अलग होती है और उसी भूमिका अनुसार आपकी ड्रेस और मेकअप और अस्सेसरी भी यानि श्रृंगार के अन्य आभूषण भी उसी अनुसार  अपेक्षित होते हैं और उसी अनुसार आपका वयवहार भी अपेक्षित होता है कहीं पर भी आपका असामान्य व्यवहार आपको मुश्किल में डाल सकता है और आपके व्यक्तित्व को संदिग्ध बना सकता है और आपके सहकर्मियों द्वारा आपके  बारे में गलत राय बनाई जा सकती है जिसे आपको मानसिक हानि होगी और आपके आत्मविश्वास  को भी ठेस लग सकती है –
महिला सुलभ  मनोविज्ञान है कि उन्हें प्रसंशा पाना ,टिपण्णी सुनना ,भीड़ से अलग दिखना ,चर्चित होना उन्हें आनंदित करता है .कुछ महिलाओं के एजेंडा में  दिन भर सारे दफ्तर का ध्यान  आकर्षित करना होता है ,कुछ अपने साथी कर्मचारी समूह तक अपना आकर्षण बनाये रखना चाहती है और कुछ केवल उच्चासीन अधिकारियों तक व् अधिकतर  व्यग्तिगत आत्मविश्वास के लिए अच्छा बनाना यानि आकर्षित दिखना चाहती है . केवल कपडे नहीं आपकी बोलचाल , आपके हाव भाव –शब्दों का उच्चारण ,शब्दों का चुनाव ,बातचीत की गति और बातचीत की आवाज की ऊंचाई व् नरमी भी आपके ड्रेस को कॉम्प्लीमेंट करती है ,आपके उठने बैठने का ढंग सभी मिला कर आपका कामकाजी व्यक्तित्व बनता है ,आपका हर परिस्थिति में संयत रहना ही आपसे अपेक्षित होता है –आईए जाने कुछ सामान्य कार्यस्थल शिष्टाचार 

1     #  आपकी भूमिका को अच्छी तरह परखिये और उसकी ज़रूरत को जानिए-
ध्यान रखे की  आपके पद पर आप को किन प्रकार के लोगों  से मिलना होता है –यदि आप रिसेप्शन पर है तो आप से मिलने वाले भिन्न प्रकार के होंगे और आपसे  शिष्टाचार ,अभिवादन ,वाणी ,और बॉडी लैंग्वेज की अपेक्षा भिन्न प्रकार की होगी .और आपके कपड़ो का चुनाव भी अलग ही होगा ,अनेक दफतरों में रिसेप्शन पर पहनने की ड्रेस निर्धारित होती है –पेंट शर्ट ,या स्कर्ट  टीशर्ट,या फिर साडी या कोई  फॉर्मल गाउन ,आपको अपना मेकअप और केश सज्जा भी उसी प्रकार करनी होगी .और सबसे ज़रूरी है की आप जो भी पहने उसमे सहज रहें और दिखें .
1-      भडकीला मेकअप किसी भी पद पर महिला को शोभा नहीं देता चाहे आपकी जगह जन संपर्क की हो आप अधिकारी या उच्च  प्रसाशक के पद पर हों आपको सौम्य ही दिखना होगा .यही सभ्यता है 
2-      आप यदि आवभगत में डयूटी पर हैं तो लिपस्टिक गहरे रंग की चुनाव कर सकती  है परन्तु गहरी आई शैडो से बचें,मस्कारा व् आई लाइनर इस्तेमाल करें और हल्का फाउंडेशन बेस जो प्राकृतिक लगे .
3-      आपकी केश सज्जा खूब करीने से बंधी हो .यदि बाल कटे हुए कोई स्टाइल है तो उसे भी संभाले . रंग बिरंगे क्लिप फूल इतियादी भी न लगायें .किसी भी क्लाइंट या अफसर के सामने बार बार बालो में हाथ फेर कर उन्हें व्यवस्थित  करना शिष्टाचार  नहीं है यह आपकी गलत छवि प्रस्तुत करेगा.जुल्फे भी व्यवस्थित हो लटें भी .
4-      अगर आपका मेकअप अव्यवस्थित हो गया है तो दो मिनट के लिए प्रसाधन कक्ष में जाएँ और लौट आयें रिसेप्शन पर खड़े खड़े न बाल सवारें न ही मेकअप ठीक करें
5-      आपकी ड्रेस बहुत टाइट न हो जिस से आपके बदन का आकर बेढंगा दिखे और वक्ष और नितम्ब के उभार अति स्पष्ट दिखे या बाहर झांकते दिखें और न ही इतने ढीले ढाले हो की आप उलझी उलझी दिखें .दफ्तर में नयी ड्रेस की फिटिंग न ट्राई करें.वही पहने  जो पहने पहले से ही टेस्टेड हो ताकि आप असहज न हो .
6-      किसी भी महिला सहकर्मी या अभिनेत्री  के ड्रेस या मेकअप स्टाइल को कापी मत करें हो सकता है आप पर वह स्टाइल सूट न करें और आपकी स्थिथि हास्यपद हो जाएँ
7-      दफतर के भीतर धुप का काला चश्मा  भूल कर भी न लगायें
8-      बहुत भड़कीले रंगों का चुनाव न करें गोटा लगे सिप्पी सितारें भरी कढ़ाई और चमचमते कपड़ो से परहेज करें ,न ही बड़े बड़े आभूषण पहने 
9-      बहुत तेज परफ्यूम लगाने से बिलकुल बचें-हलकी सुगंध ही लगायें 
10-   जूते चप्पल भी रंगीले भड़कीले रंगों के न हो न ही टक टक टक आवाज करेने वाले हों उनका सोल चेक करें –अगर वह जूते आपको बहुत  प्रिय व् सुविधाजनक हैं तो भी  आप मोची से जा कर उसे नीचे एक रबर की सोल चिपकवा ले ताकि वह आवाज न करें.
11-   ऐसे ही बहुत खनकदार चूड़ियाँ,कंगन घुंघरू वाली घड़ी ब्रेसलेट आदि न पहने पाजेब पहनने से पूरी तरह परहेज करें –कल किसी शादी में गई थी उतारना भूल गई या टाइम नहीं मिला जैसे बचकाने बहाने न करें.
12-   याद रखें श्रृंगार के मूल में काम (वासना )ही होता है इसलिए आपका श्रृंगार काम का निमंत्रण कभी न लगे और आप सौम्य और सहज लगे और आत्मविश्वासी भी इसलिए अनावश्यक महिला बन कर दिखाने से पूरा परहेज करें .
13-   काम के वक्त बहुत ऊँचा ऊँचा न बोलें न ही कोई ऊँची आवाज में फ़ोन करें .यदि आपके काम के दौरान आपका कोई प्रियजन ,परिवार का सदस्य या मित्र अचानक मिल जाये तो भी उतेजना न दिखाएँ बल्कि शांत रहें और मुस्कुराएँ यही अच्छा रहेगा और अपने अधिकारी से आज्ञा मांग कर ही उनसे मिले –रिसेप्शन पर खड़े खड़े ही न घर बार की बतियाना शुरू कर दें .आपके ऑफिस के माहौल को ऑफिस जैसा बनाना भी आपके ही हाथ है
14-   यदि आपका कोई प्रियजन या मित्र आपके साथ काम करता है तो सभी के सामने आप इठला कर उसे आग्रह न करें की वह आपको  बताये कि आप कैसी लग रहीं है
15-   स्त्रीजनक व्यवहार जैसे रूठना मानना, हँसना, इठलाना जैसे व्यवहार कभी न करें .सहानुभूति पाने की चेष्टा करना ,हर समय मदद को ताकना अपना काम सहयोगी से करवाना जैसी हरकतें कभी न करें
16-   दुसरे सहकर्मी का कंप्यूटर खोलना ,मोबाइल खोलना –उसके डेस्कटॉप पर तांकझांक करना और उसके काम में टीका टिपण्णी करने की कभी कोशिश न करें
17-   अपने पारिवारिक झगडे मजबूरियां कभी न शेयर करें ,सहकर्मियों के बातचीत पूरी तरह से व्यवसायिक रखें.
18-कामकाजी स्थल पर कभी रिश्ते न बनायें किसी को भाई किसी को भाभी जेठ देवर बनाने  जैसे बेवकूफाना बातें न करें 
19-अपने व्यक्तित्व को रहस्य रखें कभी ज़रूरत से ज्यादा दुसरो को अपनी जिंदगी में ताकझांक न करने दे और न ही खुद आगे बढ़ कर किसी की निजी जिंदगी में दखल दें 
20-रहस्यमयी स्त्रियाँ सदैव आकर्षण का केंद्र होती है इसलिए काम काज के स्थल पर खुली किताब बनने  से बचें .
21-अपने कामकाज में मन लगायें कम में पारदर्शिता रखें ,हमेशा जवाबदेही के लिए तैयार रहें जिम्मेदारी ओढें और उसे निभाएं व् काम समय पर करने और समय पर पहुँचने की आदत डालें .
सुनीता धारीवाल जांगिड  

कमश:-अगले अंक में 
# आप यदि प्रबधन में है और उच्च अधिकारी है तो ध्यान दें 
# आपका संवाद कैसा हो ?
      # यौन उत्पीडन से बचने के उपाए ?
      # संवादहीनता से कैसे बचे ?’

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