गुरुवार, 17 मार्च 2022

सी डैक मोहाली ने मनाया महिला दिवस -लैंगिक भेदभाव पर हुई चर्चा

अंतरष्ट्रीय महिला दिवस के सप्ताह पूर्व से सप्ताह पश्चात तक आयोजनों का सिलसिला अभी थमा नही है बीते  9 मार्च को भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकस सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय  द्वारा संचालित प्रगत संगणन विकास केंद्र मोहाली (सी डैक)  द्वारा महिला दिवस मनाते हुए  महिला अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए विशेष चिंतन व जागरुकता स्त्र  का  आयोजन किया गया ।जिस में वरिष्ठ समाजिक चिंतक व प्रोत्साहक श्रीमती सुनीता धारीवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्तिथ हुई।कार्यक्रम के आरंभ में सी डैक मोहाली के कार्यकारी निदेशक डॉ प्रवीण कुमार खोसला ने सभी को महिला दिवस की बधाई दी और कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है ।और अब तो शायद ही कोई क्षेत्र ऐसा हो जहां महिलाओं ने अपना दमखम नही दिखाया है ।प्रवीण खोसला ने एक और महत्वपूर्ण बात कही कि  उच्च प्रशासनिक स्तर के निर्णयों में महिला अधिकारी  हमें  उस दृष्टिकोण से परिचित करवाती हैं जिस के बारे में अधिकतर पुरुष या तो अनभिज्ञ होते हैं या अधिक मान्यता नही देते हैं । निर्णय लेने की भूमिका में महिला अधिकारियोँ की भागीदारी फैसलों को अधिक मानवीय बनाती है ।
भारत मे  इलेक्ट्रॉनिक्स ,सूचना प्रद्योगिकी एवं विज्ञान के सभी क्षेत्रों में महिलाओं की सँख्या उत्साहजनक है ।उन्होंने मुख्य अतिथि  श्रीमती सुनीता धारीवाल का औपचरिक अभिनन्दन कर वक्तव्य के लिए आमंत्रित किया ।
सुनीता धारीवाल ने अपने वक्तव्य में कहा भारतीय महिलाओं ने तमाम विश्व की महिलाओं की तुलना बहुत कम समय में समाज मे अपनी जगह बनाई है ।आज का दौर महिलाओं के लिए उत्सव का दौर है जिस में हम चारों तरफ महिलाओं की उप्लब्धियों का जश्न मनाते हुए आगे बढ़ रहे हैं ।परंतु महिलाओं के सामने आज भी चुनौतियां है समाज की अनेक तहों में अनेक प्रकार की समस्याओं से आज भी महिलाएं जूझ रही है ।शिक्षा और स्वास्थ्य अभी भी अपने लक्ष्य नही छू पाया है ।महिलाओं के प्रति समाज की मानसिकता में परिवर्तन तो आया है पर एक वर्ग तक ही सीमित है जिस में शिक्षा के कारण सोच बदली है  महिलाओं के प्रति सदियों से चली आ रही धारणाओं में बदलाव जरूर आया है महिलाओं की स्वीकार्यता भी  बढ़ी है । गैंगरेप ,घरेलूं हिंसा ,यौन उत्पीड़न ,मानव तस्करी के  मामलों में ज्यादा कमी नजर नही आती है ।
महिलाओं को अवसर देने के लिए अनुकूल सामाजिक माहौल बनाने की भी जरूरत होती है।यह सबकी सामाजिक जिम्मेदारी है ।और हर किसी को जागरुक होने की जरूरत होगी ।आर्थिक और राजनैतिक नेतृत्व की दिशा में अभी अनेक खाइयों को लांघना बाकी है ।
कार्यक्रम में सी डैक की महिला अधिकारी उपस्थित रहीं और उन्होंने ने भी अपने विचार साँझे किये ।

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